मध्यप्रदेश / इंदौर: सीएए के विरोध में 75 साल के कम्युनिस्ट नेता ने गीता भवन चौराहे पर खुद को आग लगाई, 90% झुलसे

सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल 75 वर्षीय माकपा नेता रमेश प्रजापति ने शुक्रवार शाम गीता भवन चौराहे पर खुद को आग लगा ली। उन्हें एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 90 प्रतिशत झुलसने के कारण उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। उनकी जेब से सीएए व एनआरसी विरोधी पर्चे भी मिले हैं।


तुकोगंज टीआई निर्मल श्रीवास ने बताया- रमेश प्रजापति शुक्रवार शाम सात बजे गीता भवन चौराहा स्थित एक ऑटोमोबाइल्स शोरूम के पास पहुंचे और बाेतल में भरा केरोसिन खुद पर उड़ेलकर आग लगा ली। उन्हें लपटों में घिरा देख लोग सकते में आ गए। घटनास्थल के पास रहने वाले डीएसपी सुनील तालान ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। तुकोगंज थाने के बीट जवान वहां पहुंचे और लोगों की सहायता से प्रजापति की आग बुझाकर एमवाय पहुंचाया।


कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव छोटेलाल सरावद और कैलाश लिंबोदिया भी मौके पर पहुंचे। उन्हाेंने बताया कि प्रजापति रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी थे। वे कई दिनों से सीएए और एनआरसी के विरोध में माणिकबाग और बड़वाली चौकी में पार्टी की ओर से प्रदर्शन कर रहे थे। लगता है कि इसी के तनाव में उन्होंने यह कदम उठाया। वहीं, पुलिस का कहना है प्रजापित के बयान नहीं हाे सके हैं। इसलिए पता नहीं चला कि उन्होंने यह कदम क्यों उठाया?


यूथ कांग्रेस अध्यक्ष रमीज खान के अनुसार प्रजापति ने खुद को  आग लगाने से पहले सीएए के खिलाफ नारे लगाए थे। हालांकि, बेटे दीपक का कहना है कि घटना काे राजनीतिक रंग न दिया जाए, आग लगाने का कारण अभी पता नहीं है।



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